Not known Details About Navratri Shayari In Hindi
Not known Details About Navratri Shayari In Hindi
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माँ के आगमन से हो सभी के जीवन का धन्यवादी और समृद्धि से भरा हुआ।
प्रजापति दक्ष अपनी शक्तियों को लेके बहुत अहंकार में था एक बार प्रजापति दक्ष ने एक बहुत बड़ा यज्ञ किया। इस यज्ञ में उसने सभी देवताओं को आमंत्रित किया, परन्तु भगवन्न शंकर को यज्ञ में निमंत्रित नहीं किया। सती जो कि शिव जी की पत्नी थी, ने जब सुना कि उनके पिता एक अत्यंत विशाल यज्ञ का आयोजन कर रहे हैं, तब वहाँ जाने के लिए उनका मन व्यग्र हो उठा।
काली तू महाकाली तू, दुर्गा तू नवदुर्गा,
कुछ ना चढ़ाओं नवरात्रि में माँ की थाली में !!
मां अंबे के नाम से होती है खुशियां बरसती,
माँ के आगमन से हो आपके दिल की इच्छाएं पूरी।
नवरात्रि के इस खास मौके पर करें उनका भक्ति और समर्पण।
माँ दुर्गा के आगमन के साथ नवरात्रि के इस !!
उक्तान्येतानि नामानि ब्रह्मणैव महात्मना ।।
कुम कुम भरे कदमों से आये माँ दुर्गा आपके द्वार,
दुर्गा माता के आगमन के साथ ही आपके जीवन में सुख !!
नवरात्रि के इस त्योहार में करें उनका समर्पण और सजाएं अपना मन उनके भगवान के भवन।
माँ के आगमन से हो सबका मन खुशियों से भरा हुआ।
माँ दुर्गा के आगमन के साथ नवरात्रि का आगजन !!